सावन के दूसरे शनिवार को क्या उपाय करें जिससे बहुत सारे फायदे हो बहुत सारा लाभ हो सावन के दूसरे शनिवार पर सायंकाल शाम के समय स्नान करिए नीले या सफेद वस्त्र धारण करिए सूर्यास्त के बाद पीपल के वृक्ष के पास जाइए साथ में अपने सरसों के तेल का दीपक काला तिल और जल का पात्र लेकर जाइए सबसे पहले जल में एक चुटकी तिल डाल कर के पीपल के वृक्ष की जड़ में डालिए इसके बाद सरसों के तेल का एक दीपक जलाइट की कम से कम तीन बार परिक्रमा करिए इसके बाद अपनी मनोकामना के हिसाब से शनि के किसी भी मंत्र की 11 माला का जप करिए आप अपनी मनोकामना के हिसाब से कौन सा मंत्र जपेंगे यह आगे हम आपको बता देंगे
जब आपकी पूजा पूर्ण हो जाए मंत्र जप हो जाए तब किसी निर्धन व्यक्ति को धन और अन्न का दान करिए और इस दिन सात्विक भोजन ग्रहण करिए भोजन में अगर उड़द की दाल की खिचड़ी खाएं या उड़द की दाल खाएं तो आपके लिए बहुत बेहतर होगा अब आपको बताते हैं कि अलग-अलग मनो कामनाओं के लिए सावन के दूसरे शनिवार को किस मंत्र का जप करें अगर आपको धन संपत्ति प्राप्त करनी है तो सावन के दूसरे शनिवार पर आप मंत्र पढ़ेंगे ओम शन्नो देवीर अभिया आपो भवंतु पतय सयो रभ श्रवंथ ओम शन्नो देवी र भियन पतय सयो रभ श्रवन यह मंत्र आप पढ़ लीजिएगा धन संपत्ति प्राप्त होगी अगर साढ़े साती या ढैया चल रही है और उस के प्रभाव से छुटकारा चाहिए तब ओम प्राम प्रीम प्रोम सह शने शराय नमः ओम प्राम प्रीम प्रोम सह शने शराय नमः इस मंत्र का जप करिए अगर आपको नौकरी प्राप्त करनी है और उसमें दिक्कत आ रही है है तो मंत्र पढ़ेंगे ओम ह्रीम श्री शनिश्चराय नमः ओम ए ह्रीम श्री शने शराय नमः इस मंत्र का जप करेंगे शनिदेव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं
सावन के दूसरे शनिवार पर शनिदेव की लंबी कृपा आपको मिल जाए तो आप मंत्र पढ़ेंगे ओम शं शने शराय नमः ओम शं शने शराय नमः यह मंत्र तो हर व्यक्ति को अवश्य ही सावन के दूसरे सोमवार पर पढ़ना चाहिए