सावन के तीसरे सोमवार पर जानें शिव जी के इन 3 स्वरूपों की महिमा

हर सोमवार अपने आप में बड़ा महत्त्वपूर्ण है और किसी भी सोमवार को अगर आप शिव जी की पूजा उपासना कर लेते हैं तो आपका कल्याण निश्चित है सावन का तीसरा सोमवार आ गया है और आज हम बात करेंगे सावन के तीसरे सोमवार पर भगवान शिव के किन तीन स्वरूपों की पूजा करने से आपको लाभ होगा बात करेंगे 12 राशियों के दैनिक राशिफल की और कार्यक्रम के अंत में आपको बताएंगे एक वास्तु टिप के बारे में और एक सक्सेस मंत्र के बारे में तो चलिए कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं

सबसे पहले जानते हैं पंचांग दिनांक 5 अगस्त 204 दिन सोमवार तिथि है श्रावण शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि शाम के 6:30 तक नक्षत्र है अश्लेषा नक्षत्र दोपहर 3:02 तक चंद्रमा कर्क राशि में संचरण कर रहे हैं दोपहर 3:21 मिनट तक राहुकाल का समय प्रातः काल 7:30 मिट से लगभग 9 बजे तक पूर्व दिशा की तरफ यात्रा करने की मनाही ही है लेकिन अगर यात्रा करना जरूरी है मजबूरी है तो जरा सी मिश्री खाकर दर्पण में अपना चेहरा देखकर और भगवान का स्मरण करके यात्रा करेंगे तो मुश्किल से बचे रहेंगे

अब जानते हैं दिनांक 5 अगस्त 2024 दिन सोमवार को प्रातः काल 5:30 मिट पर ग्रहों की स्थिति क्या है सूर्य और चंद्रमा विद्यमान है कर्क राशि में शुक्र और बुध सिंह राशि में केतु कन्या राशि में शनि कुंभ राशि में राहु मीन राशि में और मंगल तथा बृहस्पति विद्यमान है वृषभ राशि में ग्रहों की इसी स्थिति के आधार पर आगे हम जानेंगे कि आपका दैनिक राशिफल कैसा रहने वाला है

सावन के तीसरे सोमवार पर हम भगवान शिव के तीन विशेष स्वरूपों की चर्चा करने जा रहे हैं भगवान शिव का पहला स्वरूप जिससे सारे ग्रह नियंत्रित होते हैं जिससे ग्रहों की बाधा दूर होती है वह कौन सा स्वरूप है भगवान शिव का पहला विशेष स्वरूप है नीलकंठ स्वरूप समुद्र मंथन के दौरान जब हलाहल विष निकला तो भगवान शिव ने मानवता की रक्षा के लिए उस विष को पी लिया उन्होंने विष को अपने कंठ में ही रोक लिया जिससे उनका कंठ नीला हो गया नीला कंठ होने की वजह से भगवान शिव के इस स्वरूप को नीलकंठ स्वरूप कहा जाता है

भगवान शिव का जो नीलकंठ स्वरूप है वह बहुत विशेष है इस स्वरूप की उपासना करने से बाधा षड्यंत्र और तंत्र मंत्र जैसी चीजों का असर नहीं होता अगर आपको शत्रु और विरोधी परेशान कर रहे हैं आपके खिलाफ षड्यंत्र रचा जा रहा है या आपको लगता है कि आपके ऊपर नकारात्मक तंत्र मंत्र का असर है तो भगवान शिव के नीलकंठ स्वरूप की पूजा आपके लिए बहुत अनुकूल होगी सावन के तीसरे सोमवार पर भगवान शिव के नीलकंठ स्वरूप की पूजा जरूर करिए और इसके लिए शिवलिंग पर गन्ने के रस की धारा का रस ले आए एक पात्र में भरकर शिवलिंग पर चढ़ाएं उसके बाद जल अर्पित करें और जब गन्ने का रस अर्पित कर ले तब कम से कम 108 बार ओम नमो नीलकंठा ओम नमो नीलकंठा इस मंत्र का अगर आप जप कर करें तो आपका कल्याण होगा और नीलकंठ स्वरूप की पूजा करने से आपके ग्रहों की हर बाधा दूर होगी

सावन के तीसरे सोमवार पर भगवान शिव के कौन से दूसरे स्वरूप की पूजा होगी उस पर भी बात करेंगे मेष वृषभ मिथुन और कर्क राशि के लोगों का दैनिक राशिफल मेष राशि यात्रा में सावधानी बनाए रख धन हानि से बचाव करें परिवार का सहयोग आपको प्राप्त होगा किसी निर्धन व्यक्ति को अगर चावल का दान कर दे तो दिन की मुश्किलें कम हो जाएंगी वृषभ राशि काम की स्थिति बेहतर होती जाएगी धन की प्राप्ति हो सकती है मानसिक चिंता भी हो सकती है किसी निर्धन व्यक्ति को अगर धन का दान कर दें तो आपका दिन और भी ज्यादा बेहतर होगा मिथुन राशि महत्त्वपूर्ण काम आपका बन जाएगा मानसिक चिंताएं समाप्त होंगी आर्थिक स्थिति में आपके सुधार होगा खाने पीने की वस्तु का अगर दान कर दें तो आपका दिन और भी ज्यादा बेहतर होगा कर्क राशि करियर में सफलता मिलेगी रिश्तों की समस्या क्या हल होगी काम की रुकावट दूर होगी भगवान शिव को अगर जल अर्पित कर दें तो आपका दिन और भी ज्यादा बेहतर होगा

अब बात करते हैं भगवान शिव के दूसरे स्वरूप की भगवान शिव का वह स्वरूप जो ज्ञान विद्या संगीत और कला का वरदान देता है वह कौन सा स्वरूप है भगवान शिव का कला देने वाला संगीत देने वाला ज्ञान देने वाला स्वरूप है भगवान का नटराज स्वरूप क्या है इसकी विशेषता देखिए भगवान शिव ने ही दुनिया में समस्त नृत्य संगीत और कला का आविष्कार किया है नृत्य कला के तमाम भेद और सूक्ष्म चीजें भगवान शिव ने अपने शिष्यों को बताई हैं और समझाई हैं महर्षि भरत का जो नाट्य शास्त्र है वह भी भगवान शिव के ज्ञान पर उनके उपदेशों पर आधारित है भगवान शिव ने ऐसे नृत्यों का सृजन किया है ऐसी कलाओं का सृजन किया है जिसका असर हमारे मन हमारे शरीर और हमारी आत्मा पर पड़ता है जीवन में सुख और शांति के लिए और आनंद का अनुभव करने के लिए नट राज स्वरूप की पूजा की जाती है

जीवन में अगर आप सुख शांति से रहना चाहते हैं आनंद का अनुभव करना चाहते हैं तो भगवान के नटराज स्वरूप की पूजा आपको करनी चाहिए ज्ञान के मामले में विज्ञान में कला संगीत और अभिनय के क्षेत्र में सफलता के लिए भी भगवान शिव के नटराज स्वरूप की पूजा की जाती है जो लोग कला संगीत नृत्य मीडिया फिल्म गायन इन क्षेत्रों में हैं उन्हें भगवान शिव के नटराज स्वरूप की पूजा जरूर करनी चाहिए सावन के तीसरे सोमवार पर घर में सफेद रंग के नटराज की स्थापना करिएगा और अगर आप अपने घर में सफेद रंग के नटराज की स्थापना करके उनकी पूजा करेंगे आपका कल्याण होगा और सावन के तीसरे सोमवार पर नटराज स्वरूप की उपासना में सफेद रंग के फूल अर्पित करिएगा और इनकी पूजा करिएगा आपको लाभ होगा

भगवान शिव के तीसरे स्वरूप पर भी बात करेंगे लेकिन आपको याद दिला दें कि कार्यक्रम के अंत में हम आपको बताएंगे एक वास्तु टिप के बारे में और एक सक्सेस मंत्र के बारे में अब जान लेते हैं सिंह कन्या तुला और वृश्चिक राशि के लोगों का दैनिक राशिफल सिंह राशि नौकरी में विवादों से बचाव करिए वाहन सावधानी से चलाएंगे शाम से स्थितियां बेहतर होनी शुरू हो जाएंगी किसी निर्धन व्यक्ति को अगर चावल का दान कर दें तो दिन की मुश्किलें हल हो जाएंगी कन्या राशि धन लाभ के योग बन रहे हैं नौकरी की समस्या दूर होगी चोट चपेट से सावधान रहे किसी निर्धन व्यक्ति को अगर धन का दान कर दें तो आपका दिन और भी ज्यादा बेहतर होगा

तुला राशि धन लाभ के योग बन रहे हैं पारिवारिक समस्या आपकी हल होगी लाभकारी यात्रा इस समय हो सकती है भगवान शिव को अगर जल अर्पित कर दें तो आपका दिन और भी ज्यादा बेहतर होगा वृश्चिक राशि कोई शुभ सूचना आपको प्राप्त होगी मानसिक चिंता आपकी समाप्त होगी धन लाभ के योग आपके लिए बन रहे हैं खाने पीने की वस्तु का अगर दान कर दें तो आपका दिन और भी ज्यादा बेहतर होगा भगवान शिव के दो स्वरूपों पर हमने चर्चा कर ली

अब बात करते हैं भगवान शिव के उस स्वरूप के बारे में जिस स्वरूप से हर मनोकामना पूरी हो सकती है और भगवान शिव का तीसरा और सबसे महत्त्वपूर्ण स्वरूप है मृत्युंजय स्वरूप जिनकी उपासना करके मृत्यु तक को जीता जा सके शिव जी का वह स्वरूप है मृत्युंजय स्वरूप शिवजी इस स्वरूप में अमृत का कलश लेकर के भक्त की रक्षा करते हैं भगवान शिव के मृत्युंजय स्वरूप की अगर आप पूजा करें नियमित रूप से तो अकाल मृत्यु से रक्षा होती है आयु की रक्षा होती है स्वास्थ्य का लाभ होता है और तमाम मनोकामनाएं की पूर्ति होती है भगवान शिव के मृत्युंजय स्वरूप की ज्यादातर लोग पूजा तब करते हैं जब स्वास्थ्य बहुत खराब होता है या जीने मरने का प्रश्न पैदा हो जाता है लेकिन सामान्य स्थितियों में भी अगर आप भगवान शिव के मृत्युंजय स्वरूप की पूजा करें तो आपकी रक्षा तो हो ही आपकी तमाम मनोकामनाएं भी पूर्ण होंगी

सावन के सोमवार को भगवान शिव के मृत्युंजय स्वरूप की अगर आप उपासना करना चाहते हैं तो शिवलिंग पर तीन न 11 या 108 बेलपत्र अर्पित करिएगा और उसके बाद जल की धारा अर्पित करिएगा और जब यह अर्पित कर ले तब शिवलिंग की अर्ध परिक्रमा करिएगा शिवलिंग की पूर्ण परिक्रमा नहीं होती है तो शिवलिंग की अर्ध परिक्रमा करिएगा और मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना करिएगा सावन के तीसरे सोमवार पर मृत्युंजय स्वरूप के लिए आप जो मंत्र पढ़ेंगे वह मंत्र होगा ओम हंग जूंग सह ओम होंग जूंग सह इस मंत्र से आप भगवान शिव के मृत्युंजय स्वरूप की पूजा करिएगा आपकी रक्षा होगी आपका कल्याण होगा

सक्सेस मंत्र के बारे में अब जान लेते हैं धनु मकर कुंभ और मीन राशि के लोगों का दैनिक राशि फल धनु राशि ऑफिस में विवादों से बचाव करें महत्त्वपूर्ण काम आपका रुक सकता है किसी मित्र की सहायता से आपको लाभ होगा किसी निर्धन व्यक्ति को अगर चावल का दान कर दें तो दिन की मुश्किलें कम हो जाएंगी मकर राशि रुका हुआ धन आपको प्राप्त होगा रुके हुए काम आपके पूरे होंगे खानपान में सावधानी बनाए रखें किसी निर्धन व्यक्ति को अगर धन का दान कर दें तो आपका दिन और भी ज्यादा बेहतर होगा कुंभ राशि स्वास्थ्य बेहतर होता जाएगा धन लाभ के योग बन रहे हैं काम की रुकावट आपकी दूर होगी किसी निर्धन व्यक्ति को अगर धन का दान कर दें तो आपका दिन और भी ज्यादा बेहतर होगा

मीन राशि धन लाभ के योग बन रहे हैं ऑफिस में आपके व्यस्तता रहेगी आकस्मिक यात्रा आपकी हो सकती है भगवान शिव को अगर जल अर्पित कर दें तो दिन और भी ज्यादा बेहतर होगा यह तो रहा 12 राशि के लोगों के लिए उनका दैनिक राशिफल अब जान लेते हैं आपके घर और आपके जीवन के लिए वास्तु टिप अपने बेडरूम में अपने शयन कक्ष में अपने पैरों की तरफ मिरर यानी शीशा या आईना मत लगाइए जब आप सोते हैं बेडरूम में तो आपके पैर की तरफ शीशा या आईना नहीं होना चाहिए

अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको स्वास्थ्य की समस्या परेशान कर सकती है अब जान लेते हैं दिनांक 5 अगस्त 2024 दिन सोमवार का सक्सेस मंत्र क्या है दिनांक 5 अगस्त दिन सोमवार को प्रातः काल शिवलिंग पर जल अर्पित करें इसके बाद कम से कम नौ बेलपत्र भी अर्पित करें अगर आप सुबह के समय में या दिन के समय में ऐसा कर लेते हैं तो दिन भर के कार्यों में आपको सफलता अवश्य मिलेगी

By sachin

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